भगवान जगन्नाथ की बड़ी आंखें दर्शाती हैं कि वे अपने भक्तों को सब कुछ देखते हैं और उनकी हर जरूरत का ध्यान रखते हैं।
कुछ लोग मानते हैं कि भगवान जगन्नाथ की बड़ी आंखें ब्रह्मांड की विशालता का प्रतीक हैं। वे भूत, वर्तमान और भविष्य सब कुछ देखते हैं और जानते हैं।
एक कथा में कहा जाता है कि जब भगवान जगन्नाथ इंद्रद्युम्न नामक राजा के राज्य में गए थे, तब वहां के लोग उनकी भव्यता देखकर दंग रह गए थे। उनकी आंखें आश्चर्य से बड़ी हो गयीं।
कई भक्तों का कहना है कि भगवान जगन्नाथ की बड़ी आंखें इसलिए है ताकि भगवान जगन्नाथ की नज़रों से कोई भक्त न छूटे और उनका आशीर्वाद सभी को मिले।
यह भी माना जाता है कि पुरी के जगन्नाथ मंदिर के प्रसिद्ध मूर्तिकारों और कारीगरों ने भक्तों के बीच विस्मय और श्रद्धा की भावना पैदा करने के लिए उनकी आँखे ऐसी बनाई है।
भक्तों का मानना है कि भगवान जगन्नाथ की बड़ी आंखें नेत्र रोगों से पीड़ित लोगों के लिए आशीर्वाद का प्रतीक हैं।
भक्तों का मानना है कि भगवान जगन्नाथ की बड़ी आंखें नेत्र रोगों से पीड़ित लोगों के लिए आशीर्वाद का प्रतीक हैं।